ऑनलाइन शिक्षा आधुनिक शिक्षा के क्षेत्र में प्रगति का एक अदभुत उदाहरण है इसमें इंटरनेट के माध्यम से शिक्षा ग्रहण की जाती है  उच्च शिक्षण संस्थानों में भी ऑनलाइन शिक्षा को प्राथमिकता दी जाती है कोरोना महामारी जैसी स्थिति में सभी विद्यार्थियों की शिक्षा को जारी रख पाने में ऑनलाइन शिक्षा की अहम भूमिका रही है शिक्षक स्काइप, व्हाट्सप्प और ज़ूम वीडियो कॉल के माध्यम से बच्चों को आसानी से पढ़ा सकते हैं|

ऑनलाइन शिक्षा के फायदे और नुकसान

ऑनलाइन शिक्षा से आशय

शिक्षा का हर किसी के जीवन में महत्वपूर्ण स्थान होता है. पिछले दशकों की तुलना में आज शिक्षा का दायरा अधिक व्यापक हो गया है क्योंकि शिक्षा प्रदान करने की विधियों में असीमित प्रगति हुई है वे इंटरनेट के माध्यम से ऑनलाइन शिक्षण सामग्री भी असनी से प्राप्त  कर सकते है ऑनलाइन शिक्षा मेइ आप दुनिय के किसी भी अच्छे टीचर  से पढ सकते है यह दूर दराज रहने वाले लोगो के लिए सबसे सुविधाजनक है ऑनलाइन शिक्षा एक अलग तरह की प्रणाली है जहाँ शिक्षक विभिन्न प्रकार के टूल्स का उपयोग कर शिक्षा को आसान बना देते है।

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ऑनलाइन शिक्षा के फायदे

शिक्षक के साथ अधिक नियमित संपर्क – जैसा कि हमारे ऑनलाइन छात्र स्काइप ,उपस्थिति और गूगल क्लासरूम के माध्यम से अपने शिक्षक के संपर्क में आते है।  छात्र अक्सर अपने फ़ोन के मदद से शिक्षकों से हर समय संपर्क साध लेते है। संचार की प्रगति के कारण छात्रों को लाभ होता है क्यों कि ट्यूशन केवल साप्ताहिक एक घंटे के सत्र की  तुलना में निरंतर संवाद का अधिक हो सकता है।ऑनलाइन संसाधनों जैसे गूगल मैप्स , गूगल एअर्थ ,वेबसाइट चित्र और वीडियो के माध्यम से ऑनलाइन पाठ पढ़ाना रोचक हो गया है। आप कहीं पर भी हों वीडियो कॉल के माध्यम से शिक्षक के साथ सम्पर्क कर सकते हैं

बेहतर फ्लेक्सिबिलिटी – ऑनलाइन ट्यूशन के साथ अंतिम मिंटो के समय में परिवर्तन आ सकता है। शिक्षक जब चाहे  तब क्लास रख सकता है और स्थगित भी कर सकता है। इसमें यात्रा नहीं करनी पड़ती है और काफी समय बच जाता है।ऑनलाइन स्क्रीन शेयरिंग का उपयोग करके विषयो को समझना आसान हो गया है। ऑनलाइन शिक्षा एक उत्कृष्ट शिक्षा का उदहारण है। ऑनलाइन शिक्षा के कारण उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए स्थान, समय और गुणवत्ता को अब कारक नहीं माना जाता है. जो विद्यार्थी नौकरी के साथ-साथ कोई कौशल प्रशिक्षण या फिर आगे की पढ़ाई करने चाहते हैं उनके लिए ये अत्यंत सुविधाजनक है|

ऑनलाइन शिक्षा के फायदे और नुकसान

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प्रौद्योगिकी ने शिक्षण व्यस्था में बदलाव लाया – ट्यूशन की सबसे अधिक आपको शिक्षण संबंधित विकल्प देता है। ऑनलाइन व्हाइटबोर्ड का उपयोग ,फाइल ,लिंक और वीडियो भेजने के कारण शिक्षक अपनी रचनात्मक शिक्षा को विद्यार्थियों तक पहुंचा सकता है। इसमें शिक्षक को विभिन्न प्रकार से बच्चों को पढ़ाने का भरपूर मौका मिलता है। ऑनलाइन माध्यम में वीडियो, पीडीएफ, पॉडकास्ट जैसे कई उपकरण हैं जिनको शामिल करके पारंपरिक पाठ्यपुस्तकों का विस्तार किया जा सकता हैं

प्रभावी शिक्षाऑनलाइन क्लास के कारण यात्रा नहीं करनी  पड़ती है |  इससे समय की बहुत बचत होती है इंटरनेट का आसानी से उपलबध होना ऑनलाइन शिक्षा के ले बहुत बड़ा वरदान है जिसे आज हम ऑनलाइन शिक्षा आसानी से प्राप्त कर पते है

किसी भी समय पर शिक्षा – शिक्षक के साथ नियमित संपर्क का होना है, आप कहीं पर भी हों वीडियो कॉल के माध्यम से शिक्षक के साथ सम्पर्क कर सकते हैं किसी भी वैश्विक स्थान और अजीब समय ऑनलाइन  पर पाठ पढ़ाया जा सकता है। आपको सिर्फ केवल एक उपकरण जैसे कंप्यूटर और इंटरनेट कनेक्शन की ज़रूरत होती है।

ऑनलाइन शिक्षा के फायदे और नुकसान

ऑनलाइन शिक्षा के नुकसान

बच्चे पर बुरा प्रभावऑनलाइन ट्यूशन करने से कुछ बच्चे पर बुरा प्रभाव परता है ऑनलाइन ट्यूशन बच्चो को ऑफलाइन ट्यूशन के मुकाबले कम समय के लिए शिक्षा प्रदान करता है। सिर्फ एक तरफा अध्यापक बच्चो को पढ़ाता है ,उसमे बच्चा ज़्यादा समय के लिए  क्लासवर्क नहीं कर पाता है। ऑफलाइन शिक्षक बच्चे को नैतिक शिक्षा प्रदान करता है जब कि ऑनलाइन शिक्षण में ऐसा नहीं हो पाता है।

अनुशासन की कमी- स्कूल में ट्यूशन में छात्र हमेशा अनुशासन का पालन करते है और एक निर्धारित समय अपना कक्षा कार्य और गृह कार्य पूरा करते है। लेकिन ऑनलाइन शिक्षा में निश्चित अनुशासन का पालन नहीं किया जाता है। ऑनलाइन कक्षाओं में अधिक समय तक मोबाइल या लैपटॉप की स्क्रीन देखने से विद्यार्थियों की आंखों एवं स्वास्थ्य पर असर पड़ता है

अच्छी इंटरनेट का होना अनिवार्य– ऑनलाइन ट्यूशन को अच्छे नेटवर्क की आवश्यकता होती है। जहाँ नेटवर्क नहीं है वहां ऑनलाइन शिक्षा कराना मुश्किल है। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में लोग के पास तीव्र गति वाले इंटरनेट की सुविधा नहीं होती है। इसलिए वहां ऑनलाइन शिक्षा अभी भी वहां उपलब्ध नहीं है।

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उत्साह की कमी– कभी कभी बच्चे ऑनलाइन  टुइशनस में उत्साह नहीं ले पाते है।  स्कूलों और कॉलेजों में टोप्पेर्स और अन्य छात्रों को प्रोत्साहित करने के लिए  प्रतियोगिता करवाए जाते है जिसके लिए उन्हें पुरस्कार दिए जाते है और उत्साह बनी रहती है। ऑनलाइन ट्यूशन में इन चीज़ो की कमी होती है।

प्रैक्टिकल यानी व्यवहारिक शिक्षा का अभाव – ऑनलाइन शिक्षा में ज़्यादातर व्यवहारिक अनुभव का अभाव है, व्यवहारिक अनुभव को शिक्षा के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण बताया जाता हैऑनलाइन शिक्षा  में एनिमेटेड वीडियो और अभ्यास वीडियोस का उपयोग किया जाता है। स्कूल में शिक्षक भौतिक वस्तुओं का उपयोग करके छात्रों को पढ़ाते  है। यह व्यवहारिक  स्पर्श ,गहरी समझ अध्ययन में विशेष रूचि उतपन्न करता है। ऑनलाइन शिक्षा में व्यवहारिक ज्ञान की अनुपस्थिति होती है।

आत्म मूल्यांकन की कमी – बहुत बार शिक्षक को सही से समझा पाना अक्सर मुश्किल होता है. सामने बैठकर टीचर सभी स्टूडेंट पर नजर रख सकते हैं और टॉपिक को अच्छे से समझाने का प्रयास करते हैं स्कूलों में बचो के योग्यता को जानने के ले परीक्षाएं और होमवर्क दिया जाता है जिससे शिक्षक जान सकते है  कि बच्चे कहाँ पिछड़ गए और कितना जान पाए | ऑनलाइन शिक्षा में बच्चे इ पुस्तक पढ़ते है  जब कि स्कूलों में विद्यार्थी विभिन्न प्रकार की पुस्तकों से रूबरू होते है।

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