आज आपको यह बताते है कि कार का आविष्कार किसने किया? और इसके आविष्कार के पीछे का इतिहास क्या है? इस लेख द्वारा आपको इससे जुड़े हर प्रशन  उत्तर मिलेगा तो यह जानने  लिए इस लेख को पूरा पढिए जिससे आप आखिर तरह कार के आविष्कार के बारे मे सारी जानकारी जान जाएंगे

इस लेख  में हम आपको उस  विषय पर जानकारी देने जा रहे हैं जो ,  ऊपर पूछे गए सवाल का जवाब अगर आपको पता भी हो तो भी यह लेख  आपके लिए बहुत जरूरी है क्योंकि इस लेखन  में हम और भी कई रोचक जानकारियां शेयर करने जा रहे हैं। कार के आविष्कार से संबंधित है।

कार का आविष्कार किसने किया और कब किया ?

 

कार का आविष्कार किसने किया

अगर आज हम कार के आविष्कारों  के बारे में बात करते हैं, तो  कार का आविष्कार करने का प्रयास बहुत से वैज्ञानिकों ने किया था पर वह सभी इसमें नाकाम रहे लेकिन एक वैज्ञानिक को सफलता प्राप्त हुई थी। जो  Car का सफलतापूर्वक आविष्कार कर पाए, वो कार्ल बेंज थे जिनका  पूरा नाम Karl Friedrich Benz था उनका जन्म 25 जनवरी 1844 को मुह्लबर्ग (कार्लज़ूए) जर्मनी में हुआ था वह पेशे से इंजन डिजाइनर व ऑटोमेटिव इंजीनियर थे उन्होंने सबसे पहले तीन पहियों वाली कार को बनाया था और उसका नाम उन्होंने मोटरवैगन (Motorwagen) रखा था।

उनके द्वारा बनाई गई कार जो कि सबसे पहली ऐसी कार थी जो कंबशन इंजन से चलती थी उन्होंने जिस कार का निर्माण किया था उसकी बहुत सी विशेषताएं थी जो कि निमानलिखित हैं

 

  • कार्ल बेंज (Karl Benz) ने जिस कार का आविष्कार किया था वह आज के मॉडर्न जमाने वाली कारों से बिल्कुल अलग थी वह तीन पहियों वाली कार थी उसमें साइकिल के आकार वाले पहियों का प्रयोग किया गया था।
  • उन्होंने जिस कार का निर्माण किया था उसमें 954 cc के हल्के इंटरनल कंबशन इंजन का प्रयोग किया गया था, यह इंजन स्वयं Karl Benz के द्वारा डिजाइन किया गया था उस इंजन को चलाने के लिए पेट्रोल डाला गया था।
  • कार्ल बेंज की ‘Motorwagen’ को लंबी दूर तक उनकी पत्नी Bertha Benz ने ही चलाया था उन्होंने 5 अगस्त 1888 को अपने 2 बच्चों के साथ 105 किलोमीटर लंबी यात्रा तय की थी।
  • आविष्कार कार्ल बेंज ने ‘Motorwagen’ का काम शुरू करने से पहले ही लोहे की ढलाई का कारखाना शुरू कर दिया था, उसमें उनका आर्थिक नुकसान बहुत ज्यादा हुआ और उन्हें वह बंद करना पड़ा, उस समय उनकी आर्थिक मदद उनकी पत्नी Bertha ने ही की थी और Motorwagen के निर्माण के काम को जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया था।
  • Karl Benz ने ‘Motorwagen’ में प्रयोग किए जाने वाले कई कल-पुर्जों का भी निर्माण किया था जैसे कि गियर शिफ्टर्स, स्पार्क प्लग, वाटर रेडिएटर आदि।

भारत में पहली बार कार कब चलाई गई थी ?

विश्वभर में पहिये का इस्तेमाल सबसे पहले 18वीं शताब्दी के अंत में किया गया था जबकि साल 1769 में विश्व की सबसे पहली मोटर कार का निर्माण हुआ था और अब बात की जाए कि भारत में पहली बार कार कब चलाई गई थी तो भारत देश में Car को सबसे पहले साल 1897 में कोलकाता के मिस्टर फोस्टर के मालिक क्रॉप्टन ग्रीवर ने खरीदा था और उन्होंने ही पहली कार को चलाया था उसके बाद भारत में 4 कारें और खरीदी गई जिनमें से 1 कार को Tata कंपनी के संस्थापक जमशेद जी टाटा ने खरीदा था।

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मोटर गाड़ी का इतिहास 

साल 1763 में  फ्रांस के इंजीनियर अगस्त निकोलस को अपनी यात्रा में बहुत कठिनाइयां हुई क्योंकि उस समय गाड़ियां  नहीं थी उसे अपनी यात्रा पूरी करने में बहुत समय लगा इसलिए उसने एक ऐसी गाड़ी बनाने का सोचा जो यात्रा को आसान और तेज बना दे। उन्होंने साल 1763 में गाड़ी को तैयार कर दिया था उन्होंने जो गाड़ी तैयार की थी उसमें उन्होंने एक इंजन भी लगाया था लेकिन उसमें दिक्कत यह थी कि वह गाड़ी काफी भारी थी और भाप की शक्ति से ही चलती थी, इसलिए उस गाड़ी में पानी डालने की आवश्यकता होती थी और जब मोटर चलती तो वह पानी भाप के रूप में उड़ जाता था।इस कारण उस गाड़ी में बार-बार पानी डालने की जरूरत होती थी वह सिर्फ ढाई मील प्रति घंटा ही चल पाती थी इसी गाड़ी से प्रेरणा लेकर वैज्ञानिकों और इंजीनियरों ने तरह-तरह की मोटर गाड़ियों को बनाने का काम शुरू किया था कुछ समय बाद साल 1770 में एक और मोटर गाड़ी बनाई गई जो पेट्रोल से चलती थी।

उसके बाद साल 1780 में जर्मनी के एक इंजीनियर ने मोटर गाड़ी का निर्माण किया उन्होंने जिस मोटर गाड़ी को तैयार किया था उसमें तीन पहियों का इस्तेमाल किया गया था, इस मोटरगाड़ी में बिजली से ज्वलन क्रिया होती थी और फिर गाड़ी के इंजन को पानी से ठंडा किया जाता था।

मोटर कार का आविष्कार

इसी मोटर गाड़ी को सबसे पहली सफल मोटर गाड़ी माना गया था और इसी मोटर गाड़ी से आज के जमाने के कारों की उत्पत्ति की शुरुआत हुई थी कुछ समय बाद जर्मनी के इंजीनियर डेल्मर ने पेट्रोल से बनी इस मोटर गाड़ी में काफी हद तक सुधार किया था उन्होंने इस गाड़ी में आवाज को बेहतर बनाया और गति को भी काफी बढ़ा दिया था उसके बाद यह मोटरगाड़ी 15 किलोमीटर प्रति घंटे चलने लगी थी।

उस समय मोटर गाड़ियों के पहिए लकड़ी या फिर लोहे के जरिए बनाए जाते थे जिसकी वजह से यह जमीन पर काफी घिसते थे अमेरिका के जॉन दुनलाप ने साल 1888 में पहियों में रबर ट्यूब का प्रयोग किया, इस रबर ट्यूब में हवा भरी जाती थी जिससे गाड़ी के पहिए बड़ी ही आसानी से चल सकते थे।

लेकिन मोटर गाड़ियों के मामले में सबसे अच्छी शुरुआत की Karl Benz ने उन्होंने साल 1885 में तीन पहियों वाली गाड़ी का निर्माण किया इस गाड़ी को बड़ी ही आसानी से चलाया जा सकता था, उन्होंने कार का आविष्कार तो साल 1885 में ही कर दिया था।

लेकिन उन्हें इस आविष्कार का पेटेंट साल 1886 में जाकर मिला था पेटेंट मिलने के बाद ही उन्हें कार का अधिकारिक आविष्कारक माने जाने लगा था, उसके बाद उन्होंने अपनी कार को जन प्रदर्शन के लिए भी रखा उन्होंने अपनी इस कार में और सुधार किए।

 

और साल 1894 में चार पहियों वाली कार का निर्माण कर दिया उन्होंने अपनी इस चार पहियों वाली कार का नाम ‘Benz Velo’ रखा थ जिसकी अधिकतम रफ़्तार 20 किलोमीटर प्रति घंटा थी इस गाड़ी में 3 हॉर्स पावर वाला इंजन लगाया गया था।

कार के आविष्कार से सबंध में  कुछ प्रशन ?

  1. कार को हिंदी में क्या बोलते हैं?

कार को शुद्ध हिंदी में ‘गाड़ी’ और ‘सवारी’ कहा जाता है.

  1. भारत में सबसे पहले कार कौन लाया था?

कार रखने वाले पहले भारतीय व्यक्ति जमशेदजी टाटा थे. सन 1897 में भारत आने वाली पहली कार क्रॉम्पटन ग्रीव्स अंग्रेज मिस्टर फोस्टर के पास थी, लेकिन अगले ही साल जमशेदजी टाटा कार रखने वाले पहले भारतीय बन गए थे. जमशेदजी टाटा ग्रुप के संस्थापक थे

दुनिया की सबसे पहली कार

  1. दुनिया की सबसे पहली कार कौन सी है?

विश्व की पहली कार फ्रांस के एक नागरिक ने 1765 ईस्वी में बनाया था। जिसका नाम कगनोट फर्डियर था।

  1. कार के कितने प्रकार के होते हैं?

विश्व में सभी प्रकार की कारे निम्न है :-

  • मिनी कार
  • कॉम्‍पैक्‍ट कार
  • हैचबैक कार
  • मिड साइट कार
  • सेडान
  • एक्‍जीक्‍यूटिव कार
  • प्रीमियम कार
  • लक्‍जरी कार

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  1. दुनिया की सबसे लंबी कार कौन सी है?

100 फीट लंबी इस कैडिलेक लिमोजीन में 26 व्हील्स, फ्रंट और बैक में एक-एक ड्राइवर कैबिन हैं। इतना ही नहीं एक किंग साइज बेड, स्विमिंग पूल, जकूजी और हैलीपैड की भी सुविधा है। गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉड्र्स में इसे दुनिया की सबसे लंबी कार का माना  है।.

दुनिया की सबसे लंबी कार कौन सी है

  1. दुनिया की सबसे महंगी कार कौन सी है ?

इस कार का नाम बोट टेल है और इसकी कीमत 20 मिलियन पाउंड्स यानि लगभग 200 करोड़ रुपये है।

  1. भारत की सबसे महंगी कार कौन सी है ?

भारत की सबसे  नाम Rolls Royce Cullinan है जिसकी कीमत 13.14 करोड़ रुपये है।   भारत में  केवल मुकेश अमबनी के पास  गयी है।

  1. दुनिया की सबसे छोटी कार कौन सी है ?

दुनिया की सबसे छोटी कार का नाम Peel P50 है, जो कि मात्र 134 सेंटीमीटर लंबी और 98 सेंटीमीटर चौड़ी है. इस कार की कीमत 84 लाख रुपये है

 

 

 

 

 

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