Budget table

हमारी केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने आज, बुधवार को देश के सामने नए केंद्रीय बजट को प्रस्तुत किया। ये नया बजट हमारे आने वाले वित्तीय वर्ष 2023-24 को निर्धारित करेगा। श्रीमती निर्मला ने बताया कि ये बजट हमारे देश की अर्थव्यवस्था को सही रास्ते पर रख कर देश का भविष्य उज्ज्वल करने में मदद करेगा। सीतारमण ने कर स्लैब में बड़े बदलाव और नई कर व्यवस्था के तहत रेलवे और पूंजीगत व्यय को बड़ा बढ़ावा देने की घोषणा की। नए टैक्स सिस्टम के आने के साथ ही इकोनॉमी और टैक्सपेयर्स को भी बढ़ावा मिलेगा। इससे हमारे देश के मध्यम वर्ग के लोग जो शहरी और उपनगरीय शहरों में रहते हैं उन्हें काफी राहत मिलेगी।

बजट 2023-24 की मुख्य बातें।

  • सालाना 7 लाख रुपये तक की आय वालों के लिए कोई कर भुगतान नहीं।
  • एकबारगी नई लघु बचत योजना की घोषणा
  • वित्त मंत्री ने महिला सम्मान बचत पत्र की घोषणा की, एक बार की छोटी बचत योजना, जिसके अंतरगत 2 साल तक के लिए 7.5% का फिक्स ब्याज मिलेगा, यदि आप 2 लाख रुपये एकमुश्त लघु बचत योजना में जमा करते हों तो।
  • नई कर व्यवस्था डिफ़ॉल्ट कर व्यवस्था होगी। हालाँकि, भारत के लोग नई या पुरानी दोनों कर व्यवस्थाओं का उपयोग कर सकते हैं।
  • महत्वपूर्ण पेट्रोलियम भंडारों को बढ़ाने की योजना
  • 5 लाख रुपये से अधिक प्रीमियम वाली बीमा पॉलिसियों में कर छूट हटाई गई
  • रक्षा बजट पिछले साल के 5.25 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 5.94 लाख करोड़ रुपये हो गया।

रक्षा बजट 2023-24

इस बार के बजट में भारत की केंद्रीय मंत्री सीतारमण ने 5,93,537.64 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है, जो कि कुल बजट का 13.18% है। इसे हमारे रक्षा क्षेत्र को नई और स्वदेशी युद्ध मशीन, पनडुब्बी, लड़ाकू विमान, विमान वाहक आदि खरीदने में मदद मिलेगी। साथ ही साथ इस बजट का प्रयोग रक्षा पेंशन के लिए भी किया जाएगा, जिसकी राशि 1,38,205 करोड़ होगी, श्रीमती निरामला ने बताया।

वेतन बजट 2023-24

बुधवार को, वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने पांच व्यक्तिगत आयकर घोषणाएं कीं। इन पांच में से सिर्फ तीन ऐसी घोषणाएं हैं जिस पर टैक्सपेयर्स का ध्यान जाएगा। पिछले साल के बजट में इनकम टैक्स को लेकर कोई घोषणा नहीं की गई थी।

Budget 2023

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वित्त मंत्री के अनुसार आयकर संबंधी घोषणाएं कुछ इस प्रकार है: –

  1. सबसे पहले प्रस्ताव में उन्होंने बताया की व्यक्तिगत आयकर पर छूट से संबंधित पाँच लाख रुपये तक की आय वाले लोग पुराणी या नई व्यवस्था के तहत कोई आयकर नहीं देना होगा। इस बजट में श्रीमती निर्मला ने नई टैक्स व्यवस्था के तहत बतया की जो इंसान 7 लाख रुपये सलाना कमा रहा है, उन्हें टैक्स देने की कोई भी जरूरत नहीं है। (यह नई कर व्यवस्था पहली बार हमारे वित्त मंत्री द्वारा बजट 2020 में पेश की गई थी।)
  2. इस बजट में सीतारमण द्वारा बताया गया है कि, जो व्यक्ति5 लाख से ऊपर की तनख्वाह साल भर में कामते हैं, उन्हें सलाना 52,500 रुपये तक ला लाभ दिया जाएगा।
  3. वेतन पाने वालों को वित्त मंत्री सीतारमण ने नई कर व्यवस्था के तहत 50,000 रुपये की कटौती का प्रस्ताव दिया।
  4. यह नई व्यवस्था डिफ़ॉल्ट कर व्यवस्था होगी। जो पुरानी कर व्यवस्था है वो इस बजट में बंद नहीं किया गया है। हालांकि, नागरिक पुरानी या नई रिजीम में से किसी भी व्यवस्था का प्रयोग कर सकते हैं।
  5. 2020 के बजट में वित्त मंत्री ने छह आयकर स्लैब के साथ नई व्यक्तिगत कर व्यवस्था पेश की। इसकी शुरुआती कीमत ₹2.5 लाख थी। बजट 2023-24 में उन्होंने स्लैब की संख्या घटाकर पांच करने और टैक्स छूट की सीमा बढ़ाकर ₹3 लाख करने का प्रस्ताव रखा।
  • 0-3 लाख – शून्य
  • 3-6 लाख – 5 प्रतिशत
  • 6-9 लाख – 10 प्रतिशत
  • 9-12 लाख – 15 प्रतिशत
  • 12-15 लाख – 20 प्रतिशत
  • 15 लाख से ऊपर – 30 प्रतिशत

केंद्रीय बजट 2023-24 का समापन

इस साल का अमृत काल बजट का निष्कर्ष कुछ इस प्रकार है।

वित्तीय वर्ष 2023-24 का आवंटन से तो साफ जाहिर हो जाता है कि ये बजट हमारे देश की आर्थिक स्थिरता के लिए जरूरी है साथ ही इससे देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा भी मिलेगा। देश की रक्षा नीतियों को बढ़ावा मिलेगा, इसके साथ कृषि, विनिर्माण क्षेत्र और सेवा क्षेत्र को स्तंभों की तरह मजबूत करेगा।

जानी मानी हैदराबाद स्थित कंपनी Cyient के CEO ने इस बजट के बारे में कुछ इस प्रकार कहा “यह एक अच्छा बजट है जो भारतीय अर्थव्यवस्था के तीन स्तंभों – कृषि, विनिर्माण और सेवाओं को संतुलित करता है।”

जरूरी नहीं कि बजट हमेशा देश का अच्छा किफायती भविष्य लेकर आता है, ये साथ में छुपी हुई चुनौतियां भी लेकर आता है, जो कि देश के मिडिल क्लास लोगों को आर्थिक रूप से कमजोर कर देता है।

आर्थिक चुनौतियों को लेकर एक ट्विटर यूजर ने कुछ इस प्रकार अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की, “पुरानी कर व्यवस्था के तहत, यदि आपकी आय 9.5 लाख थी और आप कटौती का लाभ उठाते हैं, तो आप मूल रूप से कोई कर नहीं दे रहे थे।”

साथ ही उन्होंने यह भी बताया की, “नई व्यवस्था के तहत, यह सीमा घटाकर 7 लाख कर दी गई है। नई व्यवस्था में कोई कटौती नहीं है।”

ट्विटर यूजर की चिंताजनक बातें

“तो मोदी सरकार को सुर्ख़ियों से आपको मूर्ख मत बनने दो।”

ट्विटर यूजर: – Nimo Tai 🇮🇳 @Cryptic_Miind

पुराने टैक्स स्लैब और नए टैक्स स्लैब में अंतर

Comparison Table

पुराने टैक्स स्लैब के मुक़ाबले नए टैक्स स्लैब में काफी बदलाव देखा गया है। नए टैक्स स्लैब टैक्स स्लैब को 6 से घटाकर पांच करने से नागरिकों को लाभ होगा। अब देय कर की सीमा व्यक्ति की प्रति वर्ष 3-6 लाख की आय के साथ शुरू होगी।

आईये इनकी मौखिक रूप से तुलना करते हैं। पिचले टैक्स स्लैब से घट कर इस बार इनकम टैक्स स्लैब 5 हो गया है। जहां पिछली बार ₹2.5-5 लाख को 5 प्रतिशत की इनकम टैक्स भुगतान की भरपाई में डाला गया था, वे इस बार ₹3-6 लाख प्रति वर्ष की इनकम पाने वाले व्यक्ति पर लगी है। सरकार के ऐसे कदम उठाने से कहीं-ना-कही मिडिल क्लास, सैलरीड क्लास को कुछ राहत मिलेगी। पिछली बार ₹12.5-15 लाख प्रति वर्ष इनकम वाले व्यक्ति को 25% का टैक्स भुगतान करना पड़ता था, अब ₹12-15 लाख इनकम वाले व्यक्ति को 20% का भुगतान करना होगा, यहाँ सरकार उन व्यक्ति को 5% की छूट देगी।

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इस बजट में क्या सस्ता हुआ और क्या महंगा, बजट 2023-24 हाइलाइट्स: –

इस बजट में काफी सारे समानो पर मुद्रा के तोर पर प्रभाव पड़ा है। ये सभी चीजों में कुछ सस्ती वे कुछ महंगी हो गई है। ये निम्नलिखित हैं: –

ये सस्ती वस्तुएं हैं

  • मोबाइल फोन
  • टेलीविजन
  • ईवी उद्योग के लिए कच्चे माल
  • प्रयोगशाला में बने हीरे
  • लिथियम आयन बैटरी के लिए मशीनरी

ये महंगे वस्तुएं हैं

  • चाँदी
  • नकली गहने
  • सोने की छड़ों से बनी वस्तुएँ
  • आयातित लक्जरी कारें और EV
  • मिश्रित रबर
  • आयातित साइकिल और खिलौने
  • आयातित रसोई इलेक्ट्रिक चिमनी

बजट 2023-24 की मुख्य बातें

केंद्रीय बजट 2023-24 पर वायरल मीम्स

कल, 01-02-2023 बुधवार को केंद्रीय मंत्री ने 2024 के लोक सभा के चुनाव से पहले मोदी सरकार 2.0 के लिए आखिरी वित्तीय केंद्रीय बजट को केंद्रिय-सभा में प्रस्तुत किया। सरकार द्वारा इस बजट को अमृत काल का बजट बुलाया जा रहा है, चूकी पिछले साल आजादी का दिन हमारे लिए खास था, हमें आजादी मिले हुए 75 साल पूरे हो गए हैं, इसीलिये इस बार के बजट को भी “अमृत काल का बजट” कह कर संबोधित किया गया।

हालांकि, देश के लोग इस बात पर भी चुटकी लेने से नहीं बचे, देखा गया कि कल से ही सोशल मीडिया पर बजट के प्रशंसक एवं आलोचक के बीच काफी घेमा-घेमी रही।

कई मेम्स पॉपुलर हुए इसमें कुछ मेम्स आलोचक भी थे, अब न्यूज इंडस्ट्रीज भी मेम्स कंपटीशन में है, उनके द्वार भी काफी मेम्स दिखाये गए।

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