आज हम जानेगे Computer क्या है ? हालाकिं कंप्यूटर के बारे में सभी लोगो ने सुना होगा। लेकिन Computer की जानकारी बहुत कम लोगो को होती है। अगर आपको भी कंप्यूटर की पूरी जानकारी नहीं है, आपको भी नहीं पता की कंप्यूटर क्या होता है, Computer का पूरा नाम और फुल फॉर्म क्या है? तो यह लेख आपके लिए बेहद  महत्वपूर्ण है। आज  सभी लोगो को बेसिक कंप्यूटर की जानकारी होती है। लेकिन आज की इस दुनिया में यह एक मॉडर्न टेक्नोलॉजी की तरह हमारे सभी कार्य को आसान करती है।

कुछ लोग सोचते है, की कंप्यूटर बस एक टेबल पर रखा एक Led TV है, जिसमे कीबोर्ड माउस और CPU जुड़े हुए है। लेकिन अगर आप कंप्यूटर का इतिहास देखते है, तो आपको यह जानकारी हैरानी होगी, की यह कितना अनोखा है। अगर आपको कंप्यूटर के बारे में पढ़ना अच्छा लगता है, और अपना करियर कंप्यूटर के क्षेत्र में बनाना चाहते है, तो आपको यह लेख पूरा पढ़े। तो आइये सबसे पहले जानते है, की कंप्यूटर है क्या –

कंप्यूटर क्या है (what is Computer)

कंप्यूटर एक प्रकार की मशीन है, जो की किसी भी प्रकार के डाटा की गणना को सटीकता से पूर्ण करता है। इसके अलावा कंप्यूटर डाटा को स्टोर करके भी रखता है। यह एक ही समय पर कई अलग अलग कार्यो को कर सकता है, जैसे किसी चीज की गणना करना किसी डाटा को को दूसरी डिवाइस में शेयर करना आदि।

इसके अलावा इसका उपयोग एक टाइपिंग मशीन के रूप में भी किया जाता है। कंप्यूटर मुख्य रूप से दो डिवाइस से बना होता है, एक हार्डवेयर और दूसरा सॉफ्टवेयर, लेकिन अगर हम किसी से Computer की परिभाषा पूछेंगे तो प्रत्येक क्षेत्र कंप्यूटर ऑपरेटर अपनी अलग अलग राय देता है।

मुख्य रूप से कंप्यूटर अपने  तीन कार्य के लिए उपयोग होते है, जिसमे पहला डाटा को लेना जिसे हम Input के नाम से जानते है, दूसरा कार्य लिए हुए डाटा को Processing करना और तीसरा कार्य लिए हुए Data को दिखाना जिसे हम Output कहते है। कंप्यूटर Numerical और Non Numerical दोनों प्रकार के डाटा की गणना कर सकता है।

कंप्यूटर की परिभाषा (Definition of computer)

कंप्यूटर एक प्रकार की इलेक्ट्रॉनिक मशीन है, जिसका उपयोग डाटा की गणना करने के लिए किया जाता है, यह डाटा को सही ढंग से Calculate करता है। इसके अलावा यह Input Data को Store करके भी रखता है। जिससे की कंप्यूटर में स्टोर किये गए डाटा को दुबारा जरुरत पड़ने पर फिर से प्राप्त किया जा सके।

Computer एक अंग्रेजी भाषा का शब्द है, जो की “Compute” से लिया गया है, इसका हिंदी मतलब “गणना” करना होता है। आज से कई हजार साल पहले सभी गणना एक विशेष व्यक्ति द्वारा की जाती थी, जिसे गणितज्ञ (mathematician) कहा जाता था। लेकिन जब से कंप्यूटर का आविष्कार हुआ है, तब से यह सभी गणना करना आसान हो गया है। इन मशीनों से कार्य कराने के लिए इनके अंदर कुछ Programe को Set किया जाता है, जो की Data की पहचान करके उसकी गणना करते है।

कंप्यूटर की परिभाषा

कंप्यूटर की परिभाषा

कंप्यूटर की  फुल फॉर्म क्या है (What is the full form of computer)

कंप्यूटर का पूरा नाम क्या है यह एक सबसे ज्यादा पूछे जाने वाला सवाल है। लेकिन आपको बता दें, की तकनिकी रूप से कंप्यूटर का पूरा नाम या फुल फॉर्म नहीं है। लेकिन कुछ विशेषज्ञों ने अपने अपने अनुभवों के तोर पर इसका एक फुल फॉर्म बनाया है, जो की इस प्रकार है – Commonly Operating Machine Particularly Used for Technology Education and Research जिसका हिंदी अर्थ होता है “आमतौर पर ऑपरेटिंग मशीन विशेष रूप से प्रौद्योगिकी शिक्षा और अनुसंधान के लिए उपयोग किया जाता है”

  • C – Commonly
  • O– Operated
  • M – Machine
  • P – Particularly
  • U – Used for
  • T – Technical and
  • E – Educational
  • R – Research

कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया?

कंप्यूटर के क्षेत्र में बहुत से लोगो ने अपना अपना योगदान दिया है, लेकिन इन सब में सबसे ज्यादा योदगान चार्ल्स बैबेज का माना जाता है। इसलिए “कंप्यूटर का पिता”(फादर ऑफ कम्प्यूटर ) कहा जाता है। क्योकिं Charles Babbage ने सबसे पहले Analytical Engine बनाया था, जिसका आधुनिक कंप्यूटर को विकसित करने में सबसे महत्वपूर्ण योगदान है।

कंप्यूटर का इतिहास (History of Computer)

Mechanical Computers का उपयोग प्रथम शताब्दी से होना शुरू हो गया था। साथ ही द्धितीय विश्व युद्ध के दौरान फौज के कार्यो में भी इसका उपयोग किया गया था। कंप्यूटर के इतिहास की बात की जाएँ तो, इसके विकास को इसकी पीढ़ियों (Generation) के मुताबिक मुख्य रूप से 5 हिस्सों में बांटा है। आइये जानते है, कंप्यूटर की पीढ़ियों के बारे में पूरी जानकारी –

कंप्यूटर का इतिहास

कंप्यूटर का इतिहास

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  1. कंप्यूटर की पहली पीढ़ी

कंप्यूटर की पहली पीढ़ी सन 1940-1956 तक थी। इस पीढ़ी की दौरान “Vacuum Tubes” वाले कंप्यूटर होते थे। जिनमे Vaccum Tubes को सर्किट के लिए उपयोग किया जाता था, और मेमोरी के लिए मैग्नेटिक ड्रम का उपयोग किया जाता था। यह कंप्यूटर आकर में बहुत बड़े होते थे, जिन्हे उपयोग करने के लिए अत्यधिक ऊर्जा का उपयोग किया जाता था। इसके अलावा इनके बड़े System होने की वजह से यह बहुत जल्दी गर्म हो जाते थे। यह कंप्यूटर Machine Language Programe पर आधारित थे।

  1. कंप्यूटर की दूसरी पीढ़ी

कंप्यूटर की दूसरी पीढ़ी सन 1956-1963 तक थी। इस पीढ़ी के अंतर्गत “Transistors” वाले कंप्यूटर का निर्माण हुआ। यह कंप्यूटर Vacuum Tubes वाले कंप्यूटर से छोटे थे। क्योकिं “Transistors” छोटे थे, इनकी गति भी ज्यादा तेज थी। यह पहली पीढ़ी के कंप्यूटर की अपेक्षा कम Heat प्रदान करते थे, जिसकी वजह से इनका Performance भी अच्छा था। इन कंप्यूटर के अंदर COBOL और FORTRAN Language का उपयोग किया गया था।

  1. कंप्यूटर की तीसरी पीढ़ी

कंप्यूटर की तीसरी पीढ़ी सन 1964-1971 तक थी। इसके अंतर्गत कम्प्यूटर में “Integrated Circuits” का उपयोग किया गया था। इस प्रक्रिया में Transistors के आकार को छोटा करके Silicon Chip के अंदर डाला जाता था, इस Silicon Chip को Semi कंडक्टर कहा जाता है। इन Transistors के उपयोग से कंप्यूटर की कार्य क्षमता बढ़ गयी थी। तीसरी पीढ़ी कंप्यूटर की वह पीढ़ी थी, जिसके कंप्यूटर को बाजार में बेचने के लिए लॉन्च किया गया था। इस पीढ़ी के कंप्यूटर में Keyboard, Operation System और Monitors भी लगे हुए थे।

  1. कंप्यूटर की चौथी पीढ़ी

कंप्यूटर की चौथी पीढ़ी सन 1971-1985 तक चली थी। इसके अंतर्गत “Microprocessors” कंप्यूटर का निर्माण किया गया था। इन कंप्यूटर के अंदर कई हजार सर्किट को एक सिलिकॉन चिप के अंदर डाला गया था। जिसकी वजह से कंप्यूटर का आकार बहुत कम हो चुका था। और साथ ही इसकी Processing करने की क्षमता भी बहुत ज्यादा बढ़ गयी थी।

  1. कंप्यूटर की पांचवीं पीढ़ी

कंप्यूटर की पांचवीं पीढ़ी सन 1985 से Present तक चल रही है। इसके अंतर्गत “Artificial Intelligence” कंप्यूटर का निर्माण किया गया। जिसमे कई प्रकार की नई तकनीक भी शामिल है। इन कंप्यूटर के अंदर आप एक साथ Multiple Processing भी कर सकते है।

  1. कंप्यूटर की छठी पीढ़ी

कंप्यूटर की छठी पीढ़ी अन्य सभी पीढ़ियों से बेहतर है, यह आकर, प्रदर्शन और कार्य क्षमता में भी बहुत अलग है। इन कंप्यूटर के अंदर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग किया गया है, इस पीढ़ी के कंप्यूटर मशीन यूजर की आवाज को भी पहचान सकते  है। यह यूजर की आवाज को पहचान कर उसका जबाब दे सकते है। हालाकिं यूजर को अपनी Voice के माध्यम से Command देने के लिए स्पष्ट बोलने की आवश्यकता है। यह कठिन से कठिन समस्यां को भी बहुत आसानी और जल्दी से Solve करने में मददगार है।

भविष्य की पीढ़ी के कंप्यूटर

आज के कंप्यूटर में प्रत्येक चीज को हाथ से चलते है, लेकिन भविष्य में आने वाले कंप्यूटर न्यूरॉन्स आधार पर हो सकते हैं। इन कंप्यूटर के अंदर एक मानव स्तर के बराबर का मस्तिष्क होगा। आज के समय में हमारे घर की काफी चीजे कंप्यूटर और मोबाइल से ऑपरेट हो जाती है। बल्ब जो की प्रकाश देता है, उसे भी हम अपने मोबाइल या कंप्यूटर से ऑपरेट कर सकते है, लेकिन आने वाले समय में एक बल्ब भी एक कंप्यूटर हो सकता है।

कंप्यूटर के मुख्य पार्ट्स कौन कौन से है?

प्रत्येक चीज़ो को कार्य करने के लिए उसके अंगो की आवश्यकता होती है। इसी तरह से कंप्यूटर के भी कुछ मुख्य पार्ट्स या अंग है, जिनके बिना यह कार्य नहीं कर पाटा है। आमतौर पर कंप्यूटर में दो प्रकार के पार्ट्स होते है, जिसमे सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर शामिल है। हार्डवेयर वह पार्ट्स होते है, जिन्हे हम छू सकते है। और सॉफ्टवेयर वह पार्ट्स है, जिन्हे हम छू नहीं सकते है, इसके अंतर्गत प्रोग्राम और एप्लीकेशन आती है।

  1. Motherboard

Motherboard कंप्यूटर का मुख्य सर्किट बोर्ड होता है, ये एक पतली सी प्लेट होती है, जिसके अंदर एक बड़ा सा सर्किट बोर्ड होता है, जिसका कार्य CPU, RAM, Hard Drive, Memory, और Graphic Card अन्य पार्ट्स के साथ जोड़ने का कार्य करता है। इसके अलावा कंप्यूटर के सभी पार्ट्स Motherboard के साथ Directly जुड़े होते है।

  1. Central Processing Unit (CPU / Processor)

CPU का पूरा नाम Central Processing Unit है। सी पी यू को कंप्यूटर का मस्तिष्क या दिमाग कहते है, क्योकिं यह कंप्यूटर पर होने वाली सभी Activity को Processing करता है। अगर आप कोई भी Command अपने कंप्यूटर को देते है, तो वह सबसे पहले CPU के पास जाती है, इसके बाद आगे Processing होती है। जितना अच्छा CPU होगा कंप्यूटर उतना ज्यादा अच्छा Performance देता है। CPU का Performance बढ़ाने के लिए एक अच्छे Operating System की भी आवश्यकता होती है, जिसमे आप Windows का उपयोग कर सकते है। हालाकिं आज के समय में Windows 8 और 10 ज्यादा Popular है।

  1. RAM

RAM की Full फॉर्म Random Access Memory होती है। यह कंप्यूटर में Data को Temporarily Store कर लेती है। अगर आप कंप्यूटर पर कुछ कार्य कर रहे है, और अगर आपने अपने Data को Save नहीं किया तो ऐसे में आपका Data डिलीट हो जाता है। अगर आप कुछ भी कार्य करते है, तो उसे तुरंत Save करते रहना चाहिए, इससे आपका सारा डाटा Hard Drive में Save हो जाता है।

  1. Hard Drive

अगर हमें कंप्यूटर में किसी भी Data को Permanently Save करना है, तो इसके लिए Hard Disk Drive (HDD) की आवश्यकता होती है। यह Data को लम्बे समय तक Store करके रखता है। Hard Drive सेव किया गया Data आप कभी भी पुनःप्राप्त प्राप्त कर सकते है।

  1. Input / Output Devices

आउटपुट और इनपुट डिवाइस वह डिवाइस होती है, जो कंप्यूटर Data को इनपुट करके उसे आउटपुट में प्रदान कराती है। इन डिवाइस की मदद से ही कंप्यूटर आपको बेहतर रिजल्ट दे पाटा है, अगर हम कंप्यूटर में कुछ Row Information डालते है, तो उसका Print निकालने के लिए हमें प्रिंटर की आवश्यकता पड़ती है। कंप्यूटर की इनपुट और आउटपुट डिवाइस कुछ इस प्रकार है –

Speaker

Mouse

Printer

Monitor

Keyboard

Scanner

कंप्यूटर के लाभ (Benefits of Computer)

आज के समय में इंसान के जीवन में कंप्यूटर के लाभ बहुत ज्यादा है। हम जब चाहे कंप्यूटर की मदद से कोई भी जानकारी निकल कर पढ़ सकते है। अगर हमारे पास कुछ Information पढ़ने का समय नहीं है, तो हम उसे कंप्यूटर में Save कर सकते है, जब भी हमारे पास समय होता है, उसे पढ़ सकते है।

कंप्यूटर के लाभ

कंप्यूटर के लाभ

  • . Multitasking

मल्टीटास्किंग कंप्यूटर का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है। जिसकी मदद से User एक साथ कई कार्य कर सकता है। कंप्यूटर में ऐसे कई Software, Language को Store किया जाता है, जो की किसी भी Calculation को एक सेकेंड से भी कम समय में Calculate कर देता है।

  • Speed

कंप्यूटर के अंदर Speed गति भी एक महत्वपूर्ण विशेषता है। जो की बेहद ही तेज गति से किसी भी कार्य को करने की क्षमता रखता है। अगर आप एक साथ Multiple कार्य करते है, तो यह आपके कंप्यूटर की गति पर निर्भर करता है। हालाकिं सभी कंप्यूटर में Speed को उसके Programe के हिसाब से अच्छी तरह Optimize किया जाता है।

  • Data Storage

कंप्यूटर Data Storage का एक बहुत ही अच्छा Solution है। आप इसके अंदर Hard Drive Disk की ममद से बहुत ज्यादा मात्रा में Data को Store कर सकते है। जिसमे आपको ज्यादा पैसे भी खर्च नहीं करने पड़ते है।

  • Accuracy

Accuracy कंप्यूटर का एक मुख्य हिस्सा है, जिसकी वजह से यह इसे और भी ज्यादा उपयोगी बनता है। क्योकिं कंप्यूटर के द्वारा की गयी Calculation कभी भी गलत नहीं होती है। यह हमेशा Accurate Information ही देता है। हालाकिं कभी कभी आपके किसी सॉफ्टवेयर में कोई Virus आदि आने के कारण कुछ गलतियां हो भी सकती है, लेकिन फिर भी गलती होने की सम्भावना ना के बराबर ही होती है।

  • Data Security

अगर आपको नहीं पता है, की Data Security क्या है तो इस लेख को जरूर पढ़ें। कंप्यूटर के अंदर Data Security का विकल्प भी होता है। जिसका उपयोग करके आप अपने Computer को Secure कर सकते है। इससे आपका Data Cyber Attack से बचा रहता है।

  • Automation

जिस तरह से हम दूसरी Automatic मशीन को देखते है, जो अपना कार्य बटन दबाने पर आटोमेटिक करती रहती है। उसी तरह से कंप्यूटर भी एक Automatic मशीन है। जिसमे आप कुछ कमांड का उपयोग करके अपने सभी Data को Automation के द्वारा Coustomize कर सकते है।

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कंप्यूटर के बारे में अधिकतर पूछे जाने वाले सवाल :-
  1. कंप्यूटर के कितने भाग होते हैं?

सभी कंप्यूटर के चार मुख्य भाग होता है, जिनमे

  • आउटपुट यूनिट (Output Unit)
  • इनपुट यूनिट (Input Unit)
  • सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (CPU)
  • मेमोरी (Memory
  1. कंप्यूटर का जन्म कब हुआ था?

सबसे पहला mechanical computer को सन 1822 में Charles Babbage द्वारा आविष्कार किया गया था, लेकिन ये अभी के computer जैसा बिलकुल भी नहीं दिखता था. वहीँ सन 1837 में, Charles Babbage ने पहला general mechanical computer, प्रतुत किया जिसका नाम रखा Analytical Engine.

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