Politics

प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ बोले – ‘भारत को हराकर आगे बढ़ेंगे’, अपने नाम की लगा दी शर्त

शहबाज शरीफ का दावा – भारत से आगे निकलेगा पाकिस्तान

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने हाल ही में डेरा गाजी खान में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि वह भारत के विकास को पीछे छोड़ देंगे। उन्होंने जोर देते हुए कहा, “अगर हम भारत को पीछे नहीं छोड़ते, तो मेरा नाम शहबाज शरीफ नहीं है। हम पाकिस्तान को एक महान राष्ट्र बनाएंगे और भारत से आगे बढ़ेंगे।”


शरीफ का वादा – पाकिस्तान को सही दिशा में आगे ले जाएंगे

शरीफ ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों से मिलने वाली राजस्व आय का उपयोग सरकार मानव संसाधन और तकनीकी विकास में निवेश करने के लिए करेगी। उन्होंने भीड़ को संबोधित करते हुए विदेशी कर्ज पर निर्भरता कम करने और आंतरिक विकास को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर जोर दिया। शरीफ ने दावा किया कि जब उन्होंने पदभार संभाला था तब मुद्रास्फीति 40% थी, जो अब घटकर 2% हो गई है।


सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं

शरीफ के इस बड़े बयान ने जल्द ही सोशल मीडिया पर चर्चा बटोरी। कई उपयोगकर्ताओं ने उनकी इस सोच की आलोचना की कि वह भारत को हराने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जबकि पाकिस्तान की आंतरिक समस्याओं पर बात नहीं कर रहे। एक उपयोगकर्ता ने लिखा, “अपने लोगों पर ध्यान दें – बुनियादी सुविधाएं सुधारें, भारत को हराने के सपने देखना बंद करें।”


फिर से भारत के साथ कूटनीतिक वार्ता की अपील

ये बयान तब आया है जब कुछ हफ्ते पहले शरीफ ने कहा था कि वह भारत के साथ कूटनीतिक संबंध बनाना चाहते हैं। कश्मीर एकजुटता दिवस पर पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर की विधान सभा को संबोधित करते हुए, उन्होंने भारत से लंबित मुद्दों, खासकर कश्मीर, को संवाद के माध्यम से हल करने का आग्रह किया।


जनता की राय और आलोचना

पाकिस्तान में शरीफ के इस बयान को लेकर मिश्रित प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। आलोचकों का मानना है कि भारत से आगे निकलने की बात करने से ध्यान पाकिस्तान की वास्तविक समस्याओं, जैसे आर्थिक संकट और जर्जर बुनियादी ढांचे, से भटक जाता है। वहीं, उनके समर्थक इसे एक प्रेरणादायक विकास योजना मानते हैं।


FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)

Q: प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारत के बारे में क्या घोषणा की?

A: उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान भारत से ज्यादा विकसित नहीं हुआ, तो उनका नाम शहबाज शरीफ नहीं रहेगा।

Q: सोशल मीडिया पर शरीफ के बयान को कैसे लिया गया?

A: कई उपयोगकर्ताओं ने उनकी भारत केंद्रित रणनीति की आलोचना की और सुझाव दिया कि उन्हें पहले पाकिस्तान की आंतरिक समस्याओं को हल करना चाहिए।

Q: शरीफ ने अपने भाषण में कौन से आर्थिक दावे किए?

A: उन्होंने दावा किया कि जब उन्होंने सत्ता संभाली थी तब मुद्रास्फीति 40% थी, जो अब घटकर 2% रह गई है।

Q: क्या शरीफ भारत के साथ कूटनीतिक संबंध स्थापित करने में रुचि रखते हैं?

A: हां, उन्होंने पहले भी भारत के साथ संवाद करने और कश्मीर सहित सभी लंबित मुद्दों को हल करने की अपील की है।

Q: शरीफ के हालिया बयानों की मुख्य आलोचना क्या है?

A: आलोचकों का कहना है कि भारत को हराने की सोच से पाकिस्तान की आंतरिक समस्याओं, जैसे आर्थिक संकट और बुनियादी ढांचे की कमी, से ध्यान भटकता है


आपकी राय महत्वपूर्ण है!

प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के इस बयान पर आप क्या सोचते हैं? क्या पाकिस्तान भारत से आगे बढ़ सकता है? अपने विचार नीचे कमेंट करें और चर्चा में भाग लें!

Related Posts

1 of 3