आज के पीढ़ी में बच्चे पहले से ही सोच लेते है की उन्हें भविष्य में क्या करना है और वो बड़े होकर क्या बनना चाहते हैं। जिसमें से अधिकतर बच्चों की पसंद इंजीनियर बनने की होती है और यह गलत भी नहीं है क्योंकि इंजीनियरिंग के बच्चों के पास बहुत से विकल्प होते हैं। इंजीनियर बनने की तमन्ना लेकर बच्चे स्कूल के समय से ही तैयारी शुरू कर देते हैं ताकि स्कूल ख़त्म होने के बाद उन्हें इंजीनियरिंग करने के लिए एक बेहतर कॉलेज मिल सके।

इंजीनियरिंग करने के इच्छुक छात्र स्कूल में 11 वीं कक्षा में साइंस विषय लेकर तथा 12 वीं में इन्ही विषयों को पढ़कर ,  उनकी तैयारी यहीं से शुरू कर देते  है। इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला लेने के लिए जरुरी है की आपने 12 की पढाई साइंस स्ट्रीम से की हो। इंजीनियर कैसे बन सकते हैं, इंजीनियरिंग क्या है, कहाँ से करें इंजीनियरिंग की पढाई तथा इंजीनियरिंग से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी के लिए www.hindiqa.com के इस हिंदी के लेख को लगातार पढ़ते रहे।

इंजीनियर कैसे बन सकते हैं?

इंजीनियर कैसे बन सकते हैं

इंजीनियर बनने के लिए सबसे जरूरी है कि आपने 12वीं कक्षा साइंस स्ट्रीम से की हो, क्योंकि इंजीनियरिंग कॉलेज में साइंस स्ट्रीम के छात्र ही दाखिला ले सकते हैं। भारत में IIT, BIT, NIT

जैसे :- इंजीनियरिंग के कई बड़े मान्यता प्राप्त संस्थान हैं जो इंजीनियरिंग के लिए प्रवेश देते हैं।इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रवेश पाने के लिए छात्रों को जेईई मेन्स(JEE Mains), जेईई एडवांस्ड(JEE Advanced), गेट(GATE), बिटसैट(BITSAT), सीएमएटी(CMAT), डब्ल्यूबीजेईई(WBJEE), सीओएमईडीके यूजीईटी(COMEDK UGET) जैसी प्रवेश परीक्षाओं को पास करना होता है और उनकी रैंक के अनुसार उन्हें कॉलेज प्रदान  किया जाता है। यह कोर्स मुख्य रूप से 3 साल का होता है, इसे सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद उन्हें इंजीनियरिंग की डिग्री मिल जाती है तथा वे इंजीनियर बन जाते है।

 

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इंजीनियर का काम क्या होता है ?

इंजीनियर का काम क्या होता है

इंजीनियरिंग लोगों को लाभ पहुंचाने वाली चीजों को बनाने के लिए वैज्ञानिक और गणितीय सिद्धांतों, अनुभव, निर्णय और सामान्य ज्ञान को लागू करने की कला है।इंजीनियर पुलों और महत्वपूर्ण चिकित्सा उपकरणों के साथ-साथ बड़े पैमाने पर संक्रमण के लिए विषाक्त फैल और प्रणालियों की सफाई के लिए प्रक्रियाओं को डिजाइन करते हैं। इंजीनियरिंग एक विशिष्ट आवश्यकता को पूरा करने के लिए एक तकनीकी उत्पाद या प्रणाली तैयार करने की प्रक्रिया है।

भारत में इंजीनियरिंग की पढ़ाई/कोर्स  कैसे शरू कर सकते है-

 

भारत में इंजीनियरिंग के कोर्स मुख्य दो श्रेणियों में उपलब्ध हैं –

  1. Undergraduate ( स्नातक ),
  2. Post Graduate (स्नातकोत्तर).

Undergraduate के भीतर दो स्तर होते हैं –

  • Diploma in Engineering
  • Bachelor of Engineering (B.E.) या Bachelor of Technology (B.Tech.)

भारत में इंजीनियर बनने में कितने साल लगते हैं |

  • अगर आप भारत में इंजीनियर बनने के लिए Diploma in Engineering का कोर्स चुनते हैं तो इसके लिए 3 साल की पढ़ाई करनी होगी।
  • Diploma in Engineering की पढ़ाई करने के लिए आपको कम से कम 10 वीं पास होना अनिवार्य है।
  • 12वीं के बाद भी डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग का कोर्स किया जाता है लेकिन इसके लिए कक्षा 12वीं में Science stream में Mathematics विषय का होना अनिवार्य है।
  • अगर आप भारत में इंजीनियर बनने के लिए Bachelor of Engineering(B.E) या Bachelor of Technology (B.Tech.) का कोर्स चुनते हैं तो इसकी पूरी पढ़ाई करने के लिए  4 साल लगते है।
  • जिस व्यक्ति ने कक्षा 12वीं में Science stream में Mathematics विषय से पढ़ाई की हो वहE या B.Tech की पढ़ाई करने के लिए योग्य है।

इंजीनियर  कितने प्रकार के होते हैं –

इंजीनियर  कितने प्रकार के होते हैं

छात्र इंजीनियरिंग के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते है, लेकिन उन्हें एक समस्या होती है, की वह किस सब्जेक्ट से इंजीनियरिंग करें। तो इस सवाल का जबाब पाने के लिए आपको यह जानना बहुत जरुरी है, की इंजीनियरिंग कितने प्रकार की होती है (What Are the Types of Engineering) जब आप Engineering के सभी प्रकार के बारे में जान लेते है, तो आप बहुत आसानी से अपने करियर के बारे में फैसला ले सकते है।

  • Electrical Engineering

सबसे ज्यादा लोग Electrical Engineering करना पसंद करते है, क्या आपको पता है, Electrical Engineering क्या है, तो आइये जानते है, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग करने की सबसे बड़ी वजह से इसका बढ़ता स्कोप जैसे जैसे नई टेक्नोलॉजी आयी है, वैसे ही इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग का भविष्य भी बढ़ा है। क्योकिं इलेक्ट्रिकल का उपयोग सभी छोटी बड़ी चीजों में होता है, चाहे वह आपका घर हो या फिर कोई भी कंपनी। अगर नासा भी कोई Satellite Launch करता है, तो उसमे वैज्ञानिको के साथ साथ कई बड़े Electrical Engineering का सहयोग होता है। अगर आप इस क्षेत्र से अपनी Engineering की पढाई पूरी करते है, तो आपके पास जॉब के बहुत सारे विकल्प है।

  • Mechanical Engineering

जैसा की इसमें नाम से ही पता चलता है, की मैकेनिकल इंजीनियरिंग क्या है? मैकेनिकल इंजीनियरिंग में मशीनों का अध्ययन किया जाता है। अगर आपको मशीनों में रूचि है, और आप नई नई मशीने बनाना पसंद करते है, तो आपको मैकेनिकल इंजीनियरिंग का विकल्प चुनना चाहिए। यह आपके करियर के लिए एक बेहतर विकल्प है।

  • Civil Engineering

सिविल इंजीनियर क्या है? सिविल इंजीनियर आमतौर पर सरकार के अंतर्गत कार्य करते है, जितने भी सरकारी कार्य होते है, जैसे सरकारी अस्पताल, सरकारी स्कूल और सड़के आदि सभी की जिम्मेदारी सरकार सिविल इंजीनियर को देती है। अगर आप एक सिविल इंजीनियर बनना चाहते है, तो आपको Physics, Chemistry, Mathematics  इन तीनो विषय से पढ़ाई करनी चाहिए।

  • Computer Engineering

कंप्यूटर इंजीनियरिंग में आज के समय में बहुत ज्यादा स्कोप है। अगर आप को कंप्यूटर के क्षेत्र में पढ़ना अच्छा लगता है, तो आपको Computer Engineering की तैयारी करनी चाहिए। इससे पहले आपको कंप्यूटर क्या है इसके बारे में जरूर जान लेना चाहिए। Computer Engineering करने के लिए आपकी अंग्रेजी बहुत अच्छी होनी चाहिये। इसके लिए आपको 12वीं के बाद Computer Science की पढाई करनी चाहिए।

  • Petroleum Engineering

Petroleum Engineering Course के बारे में बहुत कम लोग जानते है। अगर आप एक अलग कोर्स करना चाहते है, तो आप Petroleum Engineering का विकल्प चुन सकते है, इसके अंतर्गत भूवैज्ञानिक डेटा विश्लेषण का अध्ययन कराया जाता है। जिसमे इंजीनियर को जमीन के निचे से पेट्रोल को सही तरीके से पेट्रोलियम में डलवाना होता है। इसके अलावा और भी कई प्रकार की पेट्रोलियम Information आपको इस Course के अंतर्गत दी जाती है।

  • Ocean Engineering

अगर आपको समुन्द्र पसंद है, और आप समुन्द्र में घूमना चाहते है, तो आपके लिए Ocean Engineering एक बेहतर विकल्प है। कुछ लोग किसी वजह से नेवी में नहीं जा पाते है, उनके लिए ये एक अच्छा विकल्प है। और आपको Ocean Engineering में अपना करियर बनाना चाहिए।

  • Sports Technology Engineering

Sports Technology Engineering भी एक बेहतर विकल्प है, अपने करियर को एक उच्च स्तर पर ले जाने के लिए। इसके अंतर्गत आपको खेल में उपयोग होने वाले उपकरण के बारे में पढ़ाया जाता है। अगर आपको खेल पसंद है, तो आपको Sports Technology Engineering की पढ़ाई करके अपने भविष्य को आगे बढ़ाना चाहिए।

 

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इंजीनियर की सैलरी (Engineer Salary in Hindi)

इंजीनियर की की सैलरी

किसी भी पेशे में एक व्यक्ति की सैलरी, उसकी नौकरी, पोजीशन और अनुभव पर निर्भर करती है। ठीक वैसे ही इंजीनियरिंग के क्षेत्र में होता है। यहां हर क्षेत्र में अलग-अलग सैलरी दी जाती है, कहीं ज्यादा तो कहीं कम होती है। यह सब इंजीनियर के  पद पर निर्भर करता है। जैसे कि, मेकेनिकल इंजीनियर को चार लाख प्रति साल सैलेरी मिलती हैं। वहीं सिविल इंजीनियर की सैलरी 3 से लेकर 4 लाख प्रति वर्ष होती है। अब बात करें, कंप्यूटर इंजीनियर की तो यह उसके working skills पर निर्भर करता है। एक कंप्यूटर इंजीनियर लगभग 1 महीने में 30 से 40 हजार कमा सकता है। सॉफ्टवेयर इंजीनियर की सैलरी इनसे ज्यादा 5 से 10 लाख प्रति वर्ष मानी जाती है।

इंजीनियर बनने से जुड़े कुछ मह्त्वपूर्ण सवाल :-

  1. इंजीनियर बनने में कितना खर्च आता है?

इंजीनियरिंग  को पूरी करने में आपको लगभग ₹700000 से लेकर ₹800000 तक के बीच खर्चा होता है, जिसमें की कॉलेज फीस हॉस्टल फीस खाने-पीने का फीस सब कुछ जुड़ा हुआ होता है।

  1. सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने में कितना खर्चा होता है?

सॉफ्टवेयर इंजीनियर कोर्स के लिए खर्च यूनिवर्सिटी पर निर्भर करता है, वैसे यह प्रति वर्ष लगभग INR 50,000-3 लाख रुपये तक का होता है।

  1. इंजीनियर की 1 महीने की सैलरी कितनी होती है?

Civil engineer की average salary सैलरी की बात करें तो बिल्कुल शुरुआत में एक सिविल इंजीनियर की महीने की तनख्वाह ₹20000 लेकर ₹30000 तक के बीच रहती है, और जैसे-जैसे अपने काम के इस क्षेत्र में इन्हें अनुभव मिलता जाता है, वैसे-वैसे उसकी सैलरी में वृद्धि होती है।

 

 

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