‘गोल्ड कार्ड’ वीज़ा के मुख्य बिंदु
$5 मिलियन का निवेश अब अमेरिकी स्थायी निवास और नागरिकता के लिए योग्यता प्राप्त करने के लिए पर्याप्त होगा। EB-5 कार्यक्रम के तहत, विदेशी नागरिकों को $800,000 से $1.05 मिलियन का निवेश करना पड़ता था और कम से कम 10 नौकरियां उत्पन्न करनी होती थीं। गोल्ड कार्ड वीज़ा के साथ ऐसी कोई नौकरी सृजन की आवश्यकता नहीं है। इस बदलाव से धन को प्राथमिक योग्यता बना दिया गया है।
भारतीय नागरिकों पर प्रभाव
भारतीय नागरिकों की बड़ी संख्या EB-5 वीज़ा कार्यक्रम के अंतर्गत आवेदन करने वालों में शामिल है। 10 लाख से अधिक भारतीय ग्रीन कार्ड बैकलॉग में फंसे हुए हैं, और कई दशकों से प्रतीक्षा कर रहे हैं। ऐसे में, गोल्ड कार्ड वीज़ा भारतीयों के लिए एक अवसर और चुनौती दोनों लेकर आया है।
- अत्यधिक धनी लोगों के लिए: अब अमीर भारतीय बिना बिजनेस निवेश या नौकरी निर्माण की शर्तों के आसानी से अमेरिकी निवास प्राप्त कर सकते हैं।
- मध्यम वर्गीय पेशेवरों के लिए: $5 मिलियन का भारी निवेश कई कुशल श्रमिकों और पेशेवरों के लिए यह वीज़ा अप्राप्ति बना देता है, जबकि वे पहले EB-5 वीज़ा को एक व्यवहारिक विकल्प मानते थे।
EB-5 और गोल्ड कार्ड वीज़ा के बीच महत्वपूर्ण अंतर
विशेषता | EB-5 वीज़ा | गोल्ड कार्ड वीज़ा |
---|---|---|
निवेश राशि | $800,000 – $1.05 मिलियन | $5 मिलियन |
नौकरी निर्माण | कम से कम 10 अमेरिकी नौकरियों का निर्माण जरूरी | कोई नौकरी निर्माण की आवश्यकता नहीं |
नागरिकता का मार्ग | 5–7 साल | तत्काल नागरिकता का अवसर |
भारतीयों के लिए बैकलॉग | उच्च; 7-10+ साल की प्रतीक्षा | कोई बैकलॉग नहीं; सीधी खरीद |
चिंताएं और आलोचनाएं
गोल्ड कार्ड वीज़ा की घोषणा के बाद कई चर्चाएं और विवाद उठे हैं:
- आर्थिक असमानता: आलोचकों का कहना है कि यह नीति केवल अत्यधिक अमीरों को लाभ पहुंचाती है, जबकि कुशल पेशेवरों को हाशिए पर धकेल दिया गया है, जो अमेरिकी अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते थे।
- आव्रजन नीति में बदलाव: EB-5 कार्यक्रम को हटाकर गोल्ड कार्ड वीज़ा लाना धन-केंद्रित आव्रजन रणनीति को दर्शाता है, जिससे विविधता और योग्यता आधारित आव्रजन में गिरावट आ सकती है।
भारतीय नागरिकों के लिए अन्य विकल्प
जो लोग गोल्ड कार्ड वीज़ा की वित्तीय शर्तें पूरी नहीं कर सकते, उनके लिए अन्य विकल्प मौजूद हैं:
- स्थायी रोजगार-आधारित ग्रीन कार्ड (EB-2/EB-3): यह विकल्प उपलब्ध है लेकिन भारी बैकलॉग और लंबी प्रतीक्षा अवधि के साथ आता है।
- O-1 वीज़ा: असाधारण योग्यता वाले व्यक्तियों के लिए एक विकल्प, जो स्थायी निवास का मार्ग खोल सकता है।
FAQs
प्रश्न: ‘गोल्ड कार्ड’ वीज़ा क्या है?
उत्तर: यह एक अमेरिकी स्थायी निवास कार्यक्रम है, जो $5 मिलियन के निवेश के माध्यम से नागरिकता का अवसर प्रदान करता है और EB-5 वीज़ा को प्रतिस्थापित करता है।
प्रश्न: भारतीय नागरिकों के लिए इसका क्या प्रभाव पड़ेगा?
उत्तर: अत्यधिक धनवान लोगों को तेजी से निवास प्राप्त करने का अवसर मिलेगा, जबकि दूसरों के लिए यह अत्यधिक महंगा साबित हो सकता है।
प्रश्न: गोल्ड कार्ड के अलावा अमेरिका में निवास पाने के और कौन से विकल्प उपलब्ध हैं?
उत्तर: रोजगार-आधारित ग्रीन कार्ड (EB-2/EB-3) या O-1 वीज़ा विकल्प हो सकते हैं, लेकिन इनका इंतजार लंबा और पात्रता कड़ी होगी।
यह नीति परिवर्तन दिखाता है कि अमेरिका की आव्रजन प्रक्रिया में अब पारंपरिक योग्यता आधारित मानकों की तुलना में वित्तीय क्षमता अधिक महत्वपूर्ण हो गई है।
आप इस नई नीति के बारे में क्या सोचते हैं? क्या यह बदलाव अमेरिकी आव्रजन प्रणाली के लिए फायदेमंद होगा? अपने विचार नीचे कमेंट करें और चर्चा में शामिल हों!