कक्षा 10 सामाजिक विज्ञान बोर्ड परीक्षा केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा 25 फरवरी 2025 को आयोजित की गई। यह परीक्षा देशभर के छात्रों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण थी, जो सुबह 10:30 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक चली।
परीक्षा संरचना और विषयवस्तु
सामाजिक विज्ञान के प्रश्नपत्र में इतिहास, भूगोल, राजनीति विज्ञान और अर्थशास्त्र जैसे विभिन्न विषयों से प्रश्न पूछे गए थे। प्रश्नपत्र में विभिन्न प्रकार के प्रश्न शामिल थे, जैसे MCQs, लघु उत्तर प्रश्न, दीर्घ उत्तर प्रश्न, केस आधारित प्रश्न और मानचित्र आधारित प्रश्न। इस व्यापक दृष्टिकोण के माध्यम से छात्रों की वैचारिक समझ और विश्लेषणात्मक कौशल दोनों का मूल्यांकन किया गया।
छात्रों की प्रतिक्रिया
परीक्षा के बाद छात्रों की प्रतिक्रिया मिश्रित रही। कई छात्रों ने कहा कि प्रश्नपत्र संतुलित था और NCERT पाठ्यक्रम के अनुरूप था। हालांकि, कुछ छात्रों ने यह भी बताया कि इस वर्ष की परीक्षा में गहन अध्ययन और विश्लेषण की आवश्यकता थी, विशेष रूप से मानचित्र आधारित प्रश्नों में। कई छात्रों ने कहा, “परीक्षा मध्यम स्तर की थी लेकिन समय लेने वाली थी। मानचित्र आधारित प्रश्न कठिन थे, और अधिकांश छात्र इसमें अटक गए।”
शिक्षकों और विशेषज्ञों का विश्लेषण
शिक्षकों और विषय विशेषज्ञों ने भी परीक्षा को संतुलित और वैचारिक स्पष्टता पर केंद्रित बताया। सामाजिक विज्ञान विशेषज्ञों ने इसे “आसान से मध्यम” स्तर का बताया और कहा कि इसने छात्रों के ज्ञान का सटीक मूल्यांकन किया और विश्लेषणात्मक सोच को बढ़ावा दिया। प्रश्न NCERT पुस्तकों के अनुरूप थे, जिससे उन छात्रों के लिए परीक्षा आसान हो गई जिन्होंने पाठ्यक्रम को अच्छी तरह से तैयार किया था।
मुख्य विशेषताएँ
- कठिनाई स्तर: परीक्षा का स्तर आसान से मध्यम था।
- NCERT आधारित प्रश्न: छात्रों को विशेष लाभ हुआ, क्योंकि आधे से अधिक प्रश्न NCERT पाठ्यक्रम से लिए गए थे।
- विविध प्रश्न प्रारूप: परीक्षा में MCQs, लघु और दीर्घ उत्तर प्रश्न, केस स्टडीज और मानचित्र आधारित प्रश्न शामिल थे, जिससे छात्रों की व्यापक जांच सुनिश्चित हुई।
FAQ अनुभाग
Q1: क्या इस वर्ष की CBSE कक्षा 10 सामाजिक विज्ञान परीक्षा कठिन थी?
A1: परीक्षा को कुल मिलाकर आसान से मध्यम स्तर का माना गया, और विशेष रूप से NCERT पुस्तकों से तैयारी करने वाले छात्रों के लिए यह प्रबंधनीय थी।
Q2: क्या परीक्षा में कोई अप्रत्याशित प्रश्न थे?
A2: शिक्षकों के अनुसार, यह एक संतुलित परीक्षा थी और इसमें कोई अप्रत्याशित या पाठ्यक्रम से बाहर का प्रश्न नहीं था।
Q3: छात्रों को परीक्षा का कौन सा भाग सबसे कठिन लगा?
A3: कई छात्रों ने बताया कि मानचित्र आधारित प्रश्न सबसे चुनौतीपूर्ण थे, क्योंकि इन्हें सही तरीके से समझना जरूरी था।
Q4: भविष्य में छात्रों को ऐसी परीक्षाओं की बेहतर तैयारी के लिए क्या करना चाहिए?
A4: शिक्षकों के अनुसार, NCERT पाठ्यपुस्तकों का गहन अध्ययन, नियमित रूप से सैंपल पेपर हल करना और बुनियादी अवधारणाओं पर ध्यान केंद्रित करना सफलता की कुंजी है।
हम पाठकों से आग्रह करते हैं कि वे टिप्पणी अनुभाग में अपनी परीक्षा से संबंधित अनुभव और विचार साझा करें। इससे अन्य छात्रों को भी मदद मिलेगी और विषय पर स्वस्थ चर्चा को बढ़ावा मिलेगा।